About Us
परिचय
धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली का गठन जुलाई 2006 को आनन्द पर्वत में एक आम सभा के द्वारा किया गया! समिति का पंजिकरण दिल्ली सोसायटी एक्ट के अन्तर्गत 31 अगस्त 2006 को कराया गया ! समिति धानका समाज के समुचित विकास को समर्पित हैं. समिति की एक कार्यकारिणी ओर कई जिला कार्यकारिणीया है.
धानका जनजाति समाज समिति (दिल्ली पंजि में श्री बुला राम जी धानका को अध्यक्ष, श्री मोहन लाल जी किराड को समिति का चैयरमेन व श्री राधे श्याम जी मावर को महामंत्री घोषित किया गया. वर्ष 2009 में श्री राज कुमार जी मोरवाल के निवास स्थान पूसा रोड में चुनाव कराया गया जिसमें श्री बुला राम जी धानका अध्यक्ष, श्री मोहन लाल जी किराडं चैयरमेन, श्री राधे श्याम जी मावर को महामंत्री व बाबू लाल जी मावर को कोषाध्यक्ष सर्वसमिति व निरविरोध चुना गया. 11 अक्टूबर 2015 को नौवा धानका दिवस / वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह निगम समुदाय भवन ज्वाला हेडी नई दिल्ली समारोह में श्री राज कुमार जी मोरवाल को समिति का अध्यक्ष ओर श्री बुला राम जी धानका को समिति का संरक्षक सभी की सर्वसमिति से नियुक्त किया गया व नई कार्यकारिणी का गठन किया गया
समिति द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन:– दिनाँक 29 अगस्त 2021 (रविवार) को धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली द्वारा एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें हमारे समाज के समाज बन्धु / समाज सेवक, माताएँ बहने जो करोना में हमसे बिछड़ गए थे. सभा में आये सभी लोगों ने इन पुण्य आत्माओ की तस्वीरों पर माला व पुष्प अर्पित करके इन सभी को श्रद्धांजलि दी गई.
- स्व. श्री राज कुमार मोरवाल, अध्यक्ष धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली
- स्व श्री नारायण जी बावलिया, आनन्द परवत
- स्व. श्री तेज सिह जी मावर, करोल बाग
- स्व. श्री हर स्वरूप मावर, लक्षमी नगर
- स्व. श्री योगेशवर मावर, विकास पुरी
- स्व श्री शिव दयाल जी कायत, बाबा फरीद पुरी पटेल नगर
- स्व. श्री गंगा राम जी खर्रा, नबी करीम
- स्व श्री कालू राम जी टांक, आनन्द परवत
- स्व श्रीमती इमरती देवी पत्नी श्री रूडमल जी मोरवाल, गाँव लुहाखना, चन्दर विहार
- स्व श्रीमती विष्णु देवी पत्नी श्री शम्भू जी टांक वजीर पुर
- महंत श्री श्री 108 मगंल नाथ जी
29 अगस्त 2021 को श्री बाबू लाल जी मावर को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.:- श्रद्धांजलि सभा के बाद सभा में आये सभी सदस्यों व समाजवासियों की मोजूदगी में सभी की सहमति व निरविरोध श्री बाबू लाल जी मावर को समिति का अध्यक्ष व श्री मनोहर लाल जी मावर को महामंत्री मनोनीत किया गया बाद में समिति में नई कार्यकारिणी का विस्तार सभी सदस्यों की सहमति से किया गया. क्योंकि राज कुमार जी के निधन के पश्चात अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया था व महामत्री का पद पहले दो साल से रिक्त था
समिति धानका समाज के समुचित विकास को समर्पित हैं. इस उद्देश्य की प्राप्ति के हेतु समिति समाज में शिक्षा के प्रसार पर मुख्य जोर दे रही है. ओर शिक्षा में आ रहे नित नये बदलावों के बारे में ओर उपयोगी शिक्षा कैसै केसै प्राप्त करे, की जानकारी देने हेतु निम्नलिखित प्रयास किये गए हैं.
शिक्षा
समिति अपने निर्माण से प्रति वर्ष अगस्त / सितम्बर के महिने में धानका दिवस / प्रतिभा सम्मान समारोह दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जहाँ धानका समाज अधिकतर रहता हो में आयोजित करती है जिसमें धानका समाज के छात्र – छात्राओं को नगद राशी / शील्ड / मेडल एव प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित करती है. पिछले 15 साल का ब्यौरा निम्नलिखित हैं.
वर्ष | स्थान | कक्षा IX- X | कक्षा XI , XII | अन्य | कुल |
2007 Ist | गांधी शांति प्रतिष्ठान भवन, आई टी ओ, दिल्ली | 19 | 09 | – | 20 |
2008 2nd | अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड नई दिल्ली | 16 | 15 | 29 | 60 |
2009 3rd | बापू सेवा सदन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | 20 | 17 | 22 | 59 |
2010 4th | सनातन धर्म मंदिर, न्यू सीलमपुर, नई दिल्ली | 46 | 29 | 05 | 80 |
2011 5th | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | 50 | 18 | 04 | 72 |
2012 6th | निगम समुदाय भवन, उतम नगर, नई दिल्ली | 67 | 21 | 06 | 94 |
2013 7th | निगम समुदाय भवन, मंगोल पुरी, नई दिल्ली | 62 | 39 | – | 101 |
2014 8th | निगम समुदाय भवन, त्रिलोक पुरी, नई दिल्ली | 60 | 48 | – | 108 |
2015 9th | निगम समुदाय भवन, ज्वाला हैडी, पीरा गढी, नई दिल्ली | 56 | 52 | – | 98 |
2016 10th | एस डी. हरि मंदिर स्कूल, सदर थाना रोड, पहाड़ गंज, नई दिल्ली | 77 | 58 | – | 135 |
2017 11th | एस डी. हरि मंदिर स्कूल, सदर थाना रोड, पहाड़ गंज, नई दिल्ली | 63 | 49 | – | 142 |
2018 12th | निगम समुदाय भवन, ज्वाला हैडी, पीरा गढी, नई दिल्ली | 53 | 55 | 40 | 148 |
2019 13th | निगम समुदाय भवन, उतम नगर, नई दिल्ली | 67 | 62 | 23 | 152 |
2022 14th | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | 53 | 49 | 41 | 143 |
2023 15th | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | 71 | 65 | 17 | 153 |
2024 16th | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली |
समिति के वार्षिक कार्यक्रमों में निम्नलिखित व्यक्तियों ने अपना विशेष योगदान दिया
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वर्ष | स्थान | नगद राशी | भोजन की व्यवस्था | स्थान व टेन्ट की व्यवस्था |
2007 | गांधी शांति प्रतिष्ठान भवन, आई टी ओ, दिल्ली | श्री रमेश मोरवाल सपुत्र श्री रुड मल मोरवाल | समिति द्वारा | समिति द्वारा |
2008 | अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड नई दिल्ली | श्री प्रेम राज मावर | श्री शेखर जी इटकान | समिति द्वारा |
2009 | बापू सेवा सदन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | श्री रंजीत डाबला व श्री शेखर जी इटकान | श्री राजा राम खर्रा | समिति द्वारा |
2010 | सनातन धर्म मंदिर, न्यू सीलमपुर, नई दिल्ली | समिति द्वारा | श्री शेखर जी इटकान | सीलमपुर शाखा |
2011 | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | श्री बुला राम जी धानका | श्री प्रेम राज मावर | समिति द्वारा |
2012 | निगम समुदाय भवन, उतम नगर, नई दिल्ली | श्रीजुगल किशोर किराड | श्रीशेखर जी इटकान /श्री प्रेम राज मावर | समिति द्वारा |
2013 | निगम समुदाय भवन, मंगोल पुरी, नई दिल्ली | श्री योगेशवर मावर | श्री शेखर जी इटकान | मास्टर बनवारी लाल बावलिया |
2014 | निगम समुदाय भवन, त्रिलोक पुरी, नई दिल्ली | श्री राज कुमार मोरवाल | श्री शेखर जी इटकान | त्रिलोक पुरी शाखा |
2015 | निगम समुदाय भवन, ज्वाला हैडी, पीरा गढी, नई दिल्ली | श्री बाबू लाल मावर | श्री शेखर जी इटकान | समिति द्वारा |
2016 | एस डी. हरि मंदिर स्कूल, सदर थाना रोड, पहाड़ गंज, नई दिल्ली | श्री राधे श्याम मावर | श्री शेखर जी इटकान | नबी करीम शाखा |
2017 | एस डी. हरि मंदिर स्कूल, सदर थाना रोड, पहाड़ गंज, नई दिल्ली | श्री रिशपाल मावर | श्री शेखर जी इटकान | नबी करीम शाखा |
2018 | निगम समुदाय भवन, ज्वाला हैडी, पीरा गढी, नई दिल्ली | श्री राम सिह निर्वIण | श्री रमेश मोरवाल सपुत्र श्री रुड मल मोरवाल | श्री बाबू लाल मावर |
2019 | निगम समुदाय भवन, उतम नगर, नई दिल्ली | श्री मनोहर लाल मावर श्री रामदेव मावर | श्री रुड मल मोरवाल (पूर्व सैनिक) | श्री बुला राम जी धानका व श्री राधे श्याम जी मावर |
2022 | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | श्री हंस राज मावर सुपुत्र स्व श्री तेजा जी मावर | श्री रमेश मोरवाल सपुत्र श्री रुड मल मोरवाल | श्री बाबू लाल मावर |
2023 | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | श्री प्रतीक मावर सुपुत्र श्री मुकेश मावर गॉंव चुरी | श्री हंस राज मावर सुपुत्र स्व श्री तेजा जी मावर व श्री विजय सिंह किराड | श्री बाबू लाल मावर |
2024 | गढ़वाल भवन, पचकुईया रोड नई दिल्ली | बनवारी लाल शिक्षक सुपुत्र श्री सुवालाल जी गांव रामपुरा (थोई) | श्री रमेश मोरवाल सपुत्र श्री रुड मल मोरवाल व विशाल मावर सुपुत्र स्व श्री हर स्वरूप मावर | समिति द्वारा |
04 बार छात्र छात्राओं के लिए पर्रामश शिवर ( COUNCELLING CAMP) का आयोजन:- जिसमें धाणका समाज के छात्र छात्राओं को शिक्षा से संबंधित पर्रामश दिया जाता हैं, समिति द्वारा दिऐ वर्षों में निम्नलिखित स्थानों पर परार्मश कैम्पो का आयोजन किया गया.
वर्ष | स्थान | छात्र संख्या | भोजन की व्यवस्था |
2008 | अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड नई दिल्ली | 100 | समिति द्वारा |
2009 | अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड नई दिल्ली | 180 | समिति द्वारा |
2010 | भारत सरकार प्रेस क्लब, मिन्टो रोड़ नई दिल्ली | 150 | श्री शेखर जी इटकान |
2022 | अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड नई दिल्ली | 90 | श्री बुला राम जी धानका |
2024 | गांधी शांति प्रतिष्ठान भवन, आई टी ओ, दिल्ली | 26 | समिति द्वारा |
धानका जनजाति समाज समिति द्वारा किये गये कार्य:-
समिति द्वारा दिल्ली में 03 बार जन्तर मन्तर (ससद भवन) पर धरना :-
- दिल्ली सरकार ने 2009 में अनुसुचित जनजाति का आरक्षण 7.5% से घटाकर 1% करने पर दिल्ली में धानका जनजाति समाज समिति सक्रिय हो गई ओर समिति ने दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर सभाऐ की ओर दिनांक 18.09.2009 को जन्तर मन्तर पर एक विशाल धरने का आयोजन किया जिसमें राजस्थान से भी काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया.
- 13 जुलाई 2010 को जनजातीय कार्य मंत्रालय ने राजस्थान सरकार को एक पत्र जारी किया गया जिसके पश्चात धानका जाति को मिलने वाले आरक्षण पर रोक लगा दी थी इस बाबत मे समिति ने दिनांक 20 सितम्बर 2009 ( रविवार) को राजस्थान धानका जनजाति संघर्ष समिति की दिल्ली शाखा का समिति के कुछ सदस्यों द्वारा गठन किया गया जिसके अस्थायी तौर पर श्री गोपाल जी मोर्या को अध्यक्ष व महामंत्री श्री भवर सिंह राजावत बनाया गया ओर दिनांक 08 दिसम्बर 2010 को जन्तर मन्तर दिल्ली में एक विशाल धरने का आयोजन किया गया, जिसमें श्री सुरज भान धानका, श्री राम नारायण धानका, श्री बनवारी लाल तंवर, श्री हंस राज बगडिया, श्री माता दीन धानका सहित दिल्ली व राजस्थान से काफी मात्रा में धानका समाज के लोगों ने भाग लिया. धानका समाज के इतिहास में यह पहला धरना था जो संसद भवन पर कुच किया.
- दिनांक 25 अप्रैल 2022 धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने आदिवासी धर्म कोड को लेकर जन्तर मन्तर पर एक सयुंक्त धरना दिया जिसमें राजस्थान, दिल्ली, बिहार, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, उडिसा, कई प्रदेशों के आदिवासियों ने इस धरने में भाग लिया. इस धरने का उद्देश्य था कि आदिवासियों का अपना एक धर्म कोड होना चाहिए.
पावटा में 2 बार धानका समाज का प्रतिनिधि सम्मेलन:- समिति ने समाजिक / नेताओ एव कार्यकर्ताओं में हो रहे बिखराव को रोकने एव निष्क्रियता को दूर करने हेतु वैध बनवारी लाल जी निंरकारी ओर अन्य पावटा वासियों के भरपूर सहयोग से पावटा कोटपूतली जयपुर में दो दिवसीय धानका विचार गोष्ठी का आयोजन दिनांक 04 ओर 05 जून 2011 को किया गया जिसमें समाज के दोनों विधायकों सहित दिल्ली जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, मध्यप्रदेश से ज्यादातर गणमान्य / उच्च अधिकरियों व समाज सेवकों ने बढ चढ कर भाग लिया.
समिति ने एक बार फिर 28 अक्टूबर 2019 को पावटा कोटपूतली में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जिसमें दिल्ली जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, मध्यप्रदेश से काफी लोगो ने भाग लिया. सभा में समाज में हो रहे बिखराव व आये दिन आने वाली समस्याओं, जो कि एक विशेष जाति द्वारा की जाती है के बारे में अवगत कराना ओर उन समस्याओं से कैसे निपटा जाये. सभा में उपस्थित लोगों ने इसकी काफी प्रशंसा की ओर कहा कि धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली को इस प्रकार के आयोजन राजस्थान के सभी जिला स्तर पर करवाने का सुझाव दिया.
02 बार धाणका समाज का युवक युवती परिचय सम्मेलन. समाज में बच्चों के रिश्ते में काफी परेशानी आने की वजह से समिति ने 17 अप्रैल 2016 को पहला धानका युवक – युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन अम्बेडकर भवन पचकुईया रोड, नई दिल्ली में किया गया. दिल्ली से यह पहला धानका समाज का परिचय सम्मेलन था. इसमें हमारे समाज के काफी लोगो ने बढ चढ कर हिस्सा लिया. लोगो ने इस सम्मेलन की काफी सहराना की. जिसमें 63 युवक व 37 युवतियों का रजिस्ट्रेशन किया गया. धानका समाज का दूसरा युवक – युवती सम्मेलन 03 फरवरी 2019 में अम्बेडकर भवन में किया गया जिसमें 65 युवतियों व 88 युवकों का रजिस्ट्रेशन किया गया. रजिस्ट्रेशन की सूची समिति ने सभी लोगों को साझा कर दी जाती है. जिससे प्रत्येक धानका समाज के लोग आसानी से अपने मन पसंद रिस्ता चुन सके व पसन्द कर सक
02 बार विशाल रैली का आयोजन:- समिति द्वारा दिल्ली में आरक्षण से संबंधित 02 बार विशाल रैली का आयोजन किया गया. रैली अम्बेडकर भवन से चलकर संसद भवन, जन्तर मन्तर पर एकत्रित हुए जिसमें धानका समाज ने हजारों की संख्या में भाग लिया.
धानका – धाणका समाज की आम सभा दिनांक 16 अप्रैल 2023 (रविवार)
धानका भवन कटेवा नगर जयपुर
पहली बार राजस्थान धाणका सघर्ष समिति जयपुर व राजस्थान धानका महासभा जयपुर ओर धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली के प्रयास से दिनांक 16 अप्रैल 2023 (रविवार) को 11 बजे धानका भवन कटेवा नगर जयपुर में एक आम सभा का आयोजन किया
इस सर्दभ में राजस्थान की सभी समितियों / संगठन / संस्थाओ के प्रतिनिधि बुद्धिजिवि, एडवोकेट, समाजसेवी जयपुर दिल्ली, अलवर, अजमेर, जोधपुर, गुजरात, से 400 से ज्यादा लोगों ने इस मिटिग मैं भाग लिया ओर अपने अपने विचार रखे। ओर सभी ने कहा कि अगर एक महीने में हमार प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए तो एक महीने के बाद जयपुर में एक विशाल रैली व धरने का आयोजन किया जाएगा। ओर 19 जून 2023 को जयपुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली जयपुर, अलवर अजमेर जोधपुर मध्यप्रदेश गुजरात से लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।
समिति द्वारा पिछले 16 साल में किये गए अन्य कार्य :-
(i) समिति समय समय पर समाजवासियो को सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्र में निकली रिक्तियों के बारे में अवगत कराती रहती हैं
(ii) असमर्थ / गरीब छात्र – छात्रों को निशुल्क किताबे उपलब्ध कराने हेतु धानका किताब बैंक का गठन किया गया है.
(iii) जागो धानका जागो अभियान:– जसे ही जयपुर से राजस्थान धाणका जनजाति सघर्ष समिति के अध्यक्ष श्री राम नारायण जी धानका, समाज के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र से हमें अवगत कराया. इस समिति ने पुरी दिल्ली में जागो धानका जागो नाम से अभियान चलाया ओर अलग अलग इलाके में अलग अलग मिटिंग की व 13.7.2010 के पत्र के बारे में अवगत कराया गया जिससे धानका समाज में जागरकता बढी. लोगों को 03 अक्टूबर को जयपुर चलने का आग्रह किया.
(iv) समिति के द्वारा 03 अक्टूबर 2010 को अमरूदो वाले बाग में दिल्ली से 17 बसो को भरकर जयपुर ले जाने का श्रेय.
(v) समिति के द्वारा राजस्थान की कई सस्थाए व समितियों को समय समय पर आरक्षण से सम्बंधित दस्तावेज उपलब्ध करवाना.
(vi) समिति के सदस्य समय – समय पर अलवर, जयपुर, अजमेर, जोधपुर, आदि जगह प्रचार – प्रसार हेतु आते जाते रहते हैं. तथा RTI (आर टी आई) अधिनियम – 2005 के तहत जरुरी कागजात एकत्रित करते रहते हैं जो आवश्यकता के समय काम आ सके.
(vii) समिति के सदस्य समय – समय भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय के मंत्री, अनुसुचित जनजाति आयोग के चैयरमेन, सामाजिक न्याय एव अधिकारिता मंत्रालय के मंत्री सहित अन्य केन्द्रीय मंत्रियों व उच्च अधिकारियों से मिलकर समाज की समस्याओं से अवगत कराती रहती है.
(viii) दिल्ली में 2009 में दिल्ली सरकार द्वारा अनुसुचित जनजाति का आरक्षण 7.5% से घटाकर 1% करने के प्रस्ताव को लागू करने वाली थी लेकिन समिति समय पर सचेत हो गई ओर आरक्षण को बचाने के लिए दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर सभाऐ का आयोजन किये गए व सरकार के साथ लगातार पत्राचार करती रही व 18 सितम्बर 2009 को जन्तर मन्तर पर एक विशाल धरना दिया जिसमें दिल्ली व राजस्थान से काफी लोगों ने भाग लिया. आखिर हमे सफलता मिली ओर केन्द्र सरकारने दिल्ली में आरक्षण 7.5% को ही बरकरार रखा.
(ix) धानका नाम की पहचान के उद्देश्य हेतु समिति के सदस्य कुछ ना कुछ करते रहते हैं इसी योजना के अन्तर्गत हजारी लाल धानका मैमोरियल किक्रेट टुर्नामेंट का आयोजन किया गया जो दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर खेला गया. मंगोल पुरी शाखा द्वारा धानका समाज का पहला शोभा यात्रा व कलस यात्रा निकाली गई.
(x) समिति के द्वारा समय समय पर धार्मिक कार्यक्रम जेसे हवन, कलश यात्रा, सतसंग, भण्डारा, किकेट आदि कराती रहती है.
राजस्थान सरकार के 09.08.2019 के पत्र के पश्चात् धानका समाज के
जाति प्रमाण पत्र में नहीं बनाये जा रहे हैं उसके सर्दभ में, पत्राचार
जैसा कि आप सभी को मालूम है कि पिछले 05 साल से धानका समाज के जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाये जा रहे हैं जिसकि वजह से हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है वह हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. हम सभी अपने अपने स्तर पर पत्राचार कर रहे हैं
इसी श्रृंखला में आपकी अपनी धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली (पंजि) जून 2022 से केन्द्र सरकार में श्री अर्जुन मुडा जी मंत्री, जनजातीय कार्य मामला मंत्रालय, श्री हर्ष चौहान चैयरमैन, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, डा. विरेंद्र कुमार मंत्री, समाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय, श्री अनिल झा, सचिव जनजाति मंत्रालय ओर राजस्थान सरकार में श्री अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री राजस्थान, श्री टीका राम जूली, मंत्री समाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग जयपुर, मुख्य सचिव अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग राजस्थान, व प्रशासन सचिव सामाजिक न्याय व अधिका रिता विभाग जयपुर के साथ लगातार पत्राचार करती आ रही है हमे सफलता भी मिल रही है. हमारे पत्रो के सम्बध में निम्नलिखित महत्वपूर्ण जबाब आये है.
(पत्र संख्या –1) धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने श्री टीका राम जूली मंत्री जी को 25 जुलाई 22 व 18 नवम्बर 22 को पत्र लिखा था
श्री टीका राम जूली के पत्र का जबाब:-
(A) (i) जिसके जबाब में 19 दिसम्बर 22 को समाजिक न्याय एव अधिकारिता विभाग जयपुर ने अपने पत्र में कहा है कि कुछ जिलो से यह रिपोर्ट प्राप्त की हुई है कि धानका एव धाणका एक ही जाति है क्योंकि बोल चाल की भाषा में दोनों नाम से इस जाति को जाना जाता है परन्तु जिला कलेक्टरों की उक्त रिपोर्ट केवल कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मौखिक कथन के आधार पर पर ही प्रेषित की गई है. इस सम्बन्ध में कोई लिखित साक्ष्यों व सबूत राजस्व रिकॉर्ड साहित्यक रिकॉर्ड या अन्य कोई सग्रहालयी रिपोर्ट व अध्ययन रिपोर्ट सग्लंन कर रिपोर्ट नहीं भिजवायी है.
(ii) मात्र मौखिक कथन के आधार पर जाति या समुदाय के ध्वन्यात्मक समानता (Phonetic Similarty) के होने पर एक ही वर्ग अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना उचित नहीं है. इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले सक्ष्म प्राधिकारियों के लिये बर्ष 2017 में एक पत्र जारी किया गया है.
(iii) वर्तमान में राज्य में सक्षम अधिकारियों द्वारा धाणका (DHANKA) जाति नाम से जाति प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है एवम राज्य के सम्बधित पोर्टल पर भारत सरकार द्वारा जारी उपरोक्त गजट नोटिफिकेशन के अनुसार जो जाति जिस जाति नाम से हिन्दी एव अग्रेजी में दर्ज है उस जाति को उसी जाति नाम से अनुरूप पोर्टल पर अपलोड किया गया है.
अत: उपरोक्त तथ्यों के परिप्रेक्ष्य में धानका जाति के व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा सकता.
(पत्र संख्या –2) धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने श्री हर्ष चौहान , राष्ट्रीय जनजाति आयोग के चैयरमैन को 06 अक्टूबर को समिति ने पत्र लिखा था.
श्री हर्ष चौहान के पत्र का जबाब :-
दिनांक 15 फरवरी 2023 को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (H R Meena) के जबाब में मुख्य सचिव राजस्थान कार्यालय से दिनांक 30.22.22 का पत्र सग्लंन है
- जिसके जबाब में 19 दिसम्बर 22 को समाजिक न्याय एव अधिकारिता विभाग जयपुर ने अपने पत्र में कहा है कि कुछ जिलो से यह रिपोर्ट प्राप्त की हुई है कि धानका एव धाणका एक ही जाति है क्योंकि बोल चाल की भाषा में दोनों नाम से इस जाति को जाना जाता है परन्तु जिला कलेक्टरों की उक्त रिपोर्ट केवल कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मौखिक कथन के आधार पर पर ही प्रेषित की गई है. इस सम्बन्ध में कोई लिखित साक्ष्यों व सबूत राजस्व रिकॉर्ड साहित्यक रिकॉर्ड या अन्य कोई सग्रहालयी रिपोर्ट व अध्ययन रिपोर्ट सग्लंन कर रिपोर्ट नहीं भिजवायी है.
- मात्र मौखिक कथन के आधार पर जाति या समुदाय के ध्वन्यात्मक समानता (Phonetic Similarty) के होने पर एक ही वर्ग अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना उचित नहीं है. इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले सक्ष्म प्राधिकारियों के लिये बर्ष 2017 में एक पत्र जारी किया गया है.
- वर्तमान में राज्य में सक्षम अधिकारियों द्वारा धाणका (DHANKA) जाति नाम से जाति प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है एवम राज्य के सम्बधित पोर्टल पर भारत सरकार द्वारा जारी उपरोक्त गजट नोटिफिकेशन के अनुसार जो जाति जिस जाति नाम से हिन्दी एव अग्रेजी में दर्ज है उस जाति को उसी जाति नाम से अनुरूप पोर्टल पर अपलोड किया गया है.
अत: उपरोक्त तथ्यों के परिप्रेक्ष्य में धानका जाति के व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा सकता.
(पत्र संख्या –3) धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने प्रशासन सचिव, सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग जयपुर को दिनांक 27 जून 2022, 06 अक्टूबर 2022 व 11 नवम्बर 2022 को पत्र लिखा.
प्रशासन सचिव, सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग जयपुर का जबाब
(A) जबाब में सामाजिक न्याय व अधिकारिता (सूची संशोधन विभाग) जयपुर ने दिनांक 06 जनवरी 2023 जनजाति कार्य मंत्रालय को प्रार्थी का पत्र अग्रसारित करते का निदेश हुआ है, भारत सरकार ( कार्य आवंटन) अधिनियम 1961 (समय समय पर संशोधित) के अनुसार अनुसूचित जनजाति से सम्बन्धित कार्य जनजातीय मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है.
(B) दिनांक 16 फरवरी 2023 को जनजाति कार्य मंत्रालय में श्री मनोज बापना जी निदेशक व अनुभाग अधिकारी से मुलाकात की, सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग राजस्थान ने 06 जनवरी 2023 को उप सचिव श्री मनोज बापना को पत्र लिखा था उसके संर्दभ में, वार्तालाप करने पर जनजातीय मंत्रालय के अधिकारियों ने हमे विशवास दिलाया गया कि हम राजस्थान सरकार को पत्र लिखेंगे कि आपके धानका जाति के बने हुए जाति प्रमाण पत्र मान्य होगे उनमें कोई बदलाव नहीं होगा. व धानका को शामिल कराने के लिए राजस्थान सरकार को लिखगे. धानका नाम को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए राजस्थान सरकार को प्रस्ताव भेजना होगा उसी के आधार पर धानका को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जा सकता है.
(पत्र संख्या –4) धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने मई 2022 को मुख्य सचिव राजस्थान को प्रत्र लिखा है जिसमें जनजाति कार्य मंत्रालय के पत्र फरवरी 2020 व मार्च 2022 के बारे में सष्टीकरण मागा गया, विभाग ने मामले को Under Progress बताया है.
(पत्र संख्या – 5) दिनांक 07 फरवरी 2023 को श्री अजगर अली, अवर सचिव जनजाति कार्य मंत्रालय से मिले व फरवरी 2020 व मार्च 2020 के पत्र के बारे में वार्तालाप की, अवर सचिव ने बताया कि हम किसी सरकार पर बार बार दबाव नहीं बना सकते, हमने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को तीन बार पत्र लिखा है लेकिन राजस्थान सरकार से कोई जबाब नही आया. अजगर अली सहाब को धानका समाज के साथ होने वाली तकलीफों से अवगत कराने पर, अवर सचिव ने कहा कि आप एक पत्र दुबारा से दे दे ताकि हम राजस्थान सरकार को storngling पत्र लिख देगे. ओर हमने उसी समय अजगर अली जी को पत्र दिया तो उन्होंने हमे विशवास दिलाया कि हम राजस्थान सरकार को 15 – 20 दिन में पत्र आवश्यक लिख देगे.
(पत्र संख्या –6) श्री अजगर अली अवर सचिव जनजातीय कार्य मंत्रालय के द्वारा दिनांक 21-02- 2023 को राजस्थान के मुख्य सचिव जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग को एक पत्र लिखा गया जिसमें
भारत के संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत अनुसूचित जनजाति के रूप में संचार के विनिर्देशन के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय एक नोडल मंत्रालय है। हालांकि, अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करने और सामाजिक स्थिति के सत्यापन की जिम्मेदारी संबंधित राज्य सरकार/ UT अंडर टेरेटरी एडमिनिस्ट्रेशन की होती है।
भारत सरकार ने 15.06.99 को और 25.06.2002 को आगे संशोधन करके अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की सूचियों को निर्दिष्ट करने वाले आदेशों में शामिल करने, इससे बाहर करने और अन्य संशोधन के लिए दावों के निर्धारण के तौर-तरीके निर्धारित किए हैं। इन तौर-तरीकों के अनुसार, कानून में संशोधन के लिए केवल उन्हीं प्रस्तावों पर विचार किया जाना है, जिन पर भारत के महारजिस्ट्रार (RGI) और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) की सहमति है। इन स्वीकृत तौर-तरीकों के अनुसार सभी कार्रवाई की जाती है।
राजस्थान की अनुसूचित जनजाति सूची में धानका समुदाय को शामिल करने के संबंध में जनजातीय मामलों के मंत्रालय में कोई प्रस्ताव लंबित नहीं है। मौजूदा तौर-तरीकों के अनुसार, राज्य की अनुसूचित जनजाति की सूची में किसी समुदाय को शामिल करने के प्रस्ताव के प्रसंस्करण के लिए संबंधित राज्य सरकार की सिफारिश पूर्व-अपेक्षित है।
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, जैसा उचित समझा जाए, आगे की कार्रवाई के लिए उल्लिखित संचार/अभ्यावेदन यहां अग्रेषित किए जाते हैं।
(पत्र संख्या -7) समिति ने मार्च, 17 जून 22 को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर को पत्र लिखा
(A) जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर को पत्र लिखा कि आपने आपके विभाग द्वारा वार्षिक प्रशासन प्रतिवेदन 2019-20 की पुस्तिका के पेज नंबर 15 पर अनुसूचित जनजाति की तालिका में धानका की जगह धनका लिख दिया है. कृपया आप इस पुस्तिका में इसका शुद्धी करण करकें धनका की जगह धानका लिखकर प्रकाशित करे. सम्बंधित विभाग से लम्बे पत्राचार के दौरान, विभाग ने आपने पत्र संख्या 1(ए)) (51) वा प्रशा प्रति 2019-20 / 27910 -16 दिनांक 26.08.2022 द्वारा अपनी पुस्तक में धनका की जगह धानका का Amendment Latter ( शुद्धी पत्र) जारी कर दिया है. इस विभाग द्वारा वार्षिक प्रशासन प्रतिवेदन 2019-20 की पुस्तिका के पेज नंबर 15 पर अनुसूचित जनजाति की तालिका में धनका की जगह धानका पढा जाये ।
(पत्र संख्या -8) जुलाई / अगस्त 2022 को समिति ने RTI के द्वारा वर्ष 2011 की प्रेत्यक जिले व जाति सहित जनता रिपोर्ट मागी गई. रिपोर्ट आने के बाद देखने से पता चला कि हिन्दी में राजस्थान के सभी जिलों में हमारा नाम गलत लिखा हुआ है. हमारे नाम को धानका की जगह धनका लिखा हुआ है जबकि अग्रेजी में DHANKA सही लिखा है
(पत्र संख्या -9) समिति ने वर्ष 2011 की जनगणना रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 19 जनवरी 2023 को राजस्थान के जनगणना विभाग को पत्र लिखकर अवगत कराया कि राजस्थान में वर्ष 2011 की जनगणना रिपोर्ट में धानका के स्थान पर धनका लिखा हुआ है जबकि अग्रेजी (DHANKA) में ठीक लिखा हुआ है अतः आप से अनुरोध है कि आप धनका की जगह धानका अपलोड करने की कृपा करें. कापी महा रजिस्ट्रार मुख्य कार्यालय व जनगणना मंत्रालय दिल्ली को लिखा है.
जनगणना विभाग जयपुर का जबाब
जनगणना विभाग जयपुर ने अग्रिम कार्यवाही के लिए महा रजिस्ट्रार मुख्य कार्यालय दिल्ली को दिनांक 15 फरवरी 2023 को भेज दिया है जोकि इस प्रकार है
- धानका जनजाति समाज समिति, दिल्ली द्वारा अनुसूचित जनजाति आदेश (संशोधन) अधिनियम, 1976को ध्यान में रखते हुए जनगणना पोर्टल पर सारणी – 11 (परिशिष्ट) में जनजाति “धनका” के स्थान पर “धानका – धाणका” दोनों को अपलोड करने का निवेदन किया हैं।
- भारत का राजपत्र अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियां आदेश (संशोधन) अधिनियम, 1976के भाग 13 के बिंदु में 4 पर जनजाति “धाणका” वर्णित है। वर्तमान में भारत की जनगणना की वेब साइट पर उक्त सारणी अनुपलब्ध है।
- 09 अप्रैल 2023 Reminder लिखकर को महा रजिस्ट्रार आफिस मुख्य कार्यालय दिल्ली को अवगत कराया गया कि उपरोक्त विषय के लिए प्रार्थी द्वारा अनुरोध पत्र दिनांक 15 फरवरी 2023 को डाक द्वारा आपके कार्यालय को भेजा गया लेकिन दिनांक 15 फरवरी 2023 से आज तक ना तो प्रार्थी को कोई सन्तोषजनक जबाब मिला है
- दिनांक15 फरवरी 2024 को महारजिस्टार के कार्यालय के पत्र द्वारा बताया गया है आप अपने 19.01.2023 के संदर्भ में सभी पत्र की छाया प्रति इस कार्यालय को दूबारा से भेजने की कृपा करें ताकि इस कार्यालय द्वारा उचित कार्रवाई की जा सके।
- धानका जनजाति समाज समिति ने दिनांक 30 मार्च 2024 को दूबारा से पत्र लिखकर व सभी पत्रों की छाया प्रति सग्लन करके संयुक्त निदेशक (जनगणना प्रभाग) महारजिस्टार जनगणना आयुक्त को भेज दिया है।
- समिति ने एक महीने के अन्तराल के बाद दिनांक 05 जून 2024 को पहला अनुस्मारक (Reminder -I) जनगणना आयुक्त को भेजा है लेकिन अभी तक कोई जबाब नहीं आया हैअगला Reminder 20 जून को दिया , 20 अगस्त 2024 को भारत के महा रजिस्टार एव जनगणना आयुक्त दिल्ली कापी सहायक निदेशक जनगणना प्रभाग झालाना डूंगरी जयपुर को Reminder दिया गया है।
(पत्र संख्या -10) दिनांक 17 Nov 2022 को राजस्थान सरकार के सयुंक्त सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया कि भारत में कई ऐसी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजातियाँ की जातियाँ हिन्दी में प्रकाशित नामों की वजह से भाषा के उच्चारणगत विभेद के कारण कई जातियों के जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहे हैं. जिसकी वजह से काफी कठिनाइयों हो रही है. जिसकी वजह से उस जाति / समुदाय का सही मायने में विकास नहीं हो पा रहा है.
राजस्थान में धानका जाति का राजस्थान सरकार के सभी कार्यालय / विभागों में हिन्दी में प्रकाशित होने के कारण राजस्थान सरकार के सरकारी विभागों में इस जाति को कही पर धानका कह कर सम्बौधित किया जाता है तो कहीं पर धाणका कहकर सम्बौधित किया जाता है. जिसके कारण धानका जाति को काफी कठनाईयो का सामना करना पड़ता है और जाति प्रमाण पत्र जारी कठिनाइयों हो रही है. 1963 के हिन्दी भाषा अधिनियम, भारत के सविधान के अनुच्छेद 348 (1) में सपष्ट किया गया है कि भारत सरकार द्वारा जारी किसी भी प्रकार के आदेश, नियम, विनयम का अग्रेजी संस्करण होना चाहिए तथा संसद, मत्रालय, न्यायालय में सभी आदेशो को अग्रेजी में ही मान्य होगे. इसलिये राजस्थान में धानका धाणका के स्थान पर अग्रेजी में DHANKA के जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाने के बारे में आवेदन पत्र.
12 फरवरी 2023 Reminder लिखकर को माननीय सयुंक्त सचिव को अवगत कराया गया कि उपरोक्त विषय के लिए प्रार्थी द्वारा अनुरोध पत्र दिनांक 17 Nov 2022 को डाक द्वारा आपके कार्यालय को भेजा गया लेकिन दिनांक 17 Nov 2022 से आज तक ना तो प्रार्थी को कोई सन्तोषजनक जबाब मिला है
महोदय जी उपरोक्त पत्र में उल्लेखित समस्या किसी एक व्यक्ति विशेष की ना होकर एक समुदाय की है जोकि भारत सरकार के अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति आदेश 1976 के अनुसार राजस्थान में धानका जाति भाग- XIII, क्रमांक-4 में अनुसूचित जनजाति में आती है.
महोदय जी आपके निवेदन है कि उपरोक्त विषय पर क्या कार्यवाई की गई की, उसकी एक कापी शीघ्र भेजने की कृपा करें.
(पत्र संख्या -11) धानका विकास बोर्ड – दिनांक 19 जनवरी 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अवगत कराया की आपकी सरकार द्वारा कई समाजों के विकास बोर्ड बनाये गये हैं व कई समाजों के नये विकास बोड बनाये जा रहे हैं. हमारी धानका समाज माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करती है कि आप धानका समाज का भी एक धानका विकास बोर्ड बनाने की कृपा करें जिससे धानका समाज को भी आपकी योजनाओं का फायदा मिल सकें. इसके लिए धानका समाज आपका हमेशा आभारी रहेगा. राजस्थान में धानका समाज लाखों की सख्या में निवास करती है ओर आपको ही हमेशा वोट देती आ रही है. धानका समाज हमेशा काग्रेस का वोट बैंक रहा है.
(पत्र संख्या -12) दिनांक 16 फरवरी 2023 को श्री अर्जुन राम मेघवाल से मिलने का अवसर मिला जिसमें बुला राम धानका, बाबू लाल मावर, मिटिग में श्री अर्जुन राम मेघवाल को धानका समाज की समस्याओं से अवगत कराया ओर ज्ञापन दिया। श्री मेघवाल जी ने हमे विश्वास दिलाया कि इस पत्र पर जल्दी ही कार्यवाही की जायेगी। 27 फरवरी 2023 को श्री मेघवाल जी के निजी सचिव श्री तेजा राम जी से मिले ओर श्री मेघवाल जी के द्वारा श्री विरेंद्र कुमार जी मंत्री, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय को लिखे पत्र की कापी प्राप्त की. श्री अर्जुन मेघवाल जी ने लिखा है कि राजस्थान में धानका समाज एक आदिवासी समाज है व धानका- धाणका एक ही जाति है जोकि अग्रेजी में दोनों को DHANKA ही लिखा जाता है।
(पत्र संख्या– 13) दिनांक 09 मार्च 2023 को श्री मंहन्त बालक नाथ से मिलने का अवसर मिला, श्री मंहन्त बालक नाथ को धानका समाज की समस्याओं से अवगत कराया ओर ज्ञापन दिया।
(पत्र संख्या– 14) दिनांक 10 मार्च 2023 को श्री ओम बिरला जी, स्पीकर लोकसभा से मिलने का अवसर मिला, मिटिग में श्री श्री ओम बिरला जी को धानका समाज की समस्याओं से अवगत कराया ओर ज्ञापन दिया। दिनांक 27 मार्च 2023 को श्री ओम बिरला जी के निजी सचिव ने बताया कि आपका पत्र दिनांक 24 मार्च 2023 को श्री विरेंद्र कुमार जी मंत्री, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय को लिखे पत्र को भेज दिया गया है।
(पत्र संख्या– 15) दिनांक 07 जुलाई 2022 को श्री अनिल कुमार झा , सचिव,जनजातीय कार्य मंत्रालय को पत्र लिखकर अवगत कराया जिसमें 09.08.2019 का पत्र तुरंत वापस ले तथा धानका – धाणका जाति के जाति प्रमाण पत्र जल्दी ही जारी किये जाये
(पत्र संख्या– 16) दिनांक 19 जनवरी 2023 को सुश्री आर जया, अपर सचिव, जनजातीय मामला मंत्रालय को पत्र लिखकर अवगत कराया जिसमें 09.08.2019 का पत्र तुरंत वापस ले तथा धानका – धाणका जाति के जाति प्रमाण पत्र जल्दी ही जारी किये जाये
(पत्र संख्या– 17) 09.08.2019 के पत्र का जब कोई समाधान नहीं हो रहा है।
(1) भारत सरकार व राजस्थान सरकार इस मामले को एक दूसरे के पाले में डाल रहीं हैं , लेकिन समिति हिम्मत नहीं हारी लगातार मंत्रालय के उच्च अधिकारियों से मिलने का प्रयास कर रही है ओर इसी श्रृंखला में दिनांक 18 जुलाई 2023 को हमें अनुसूचित जनजाति जनजातीय आयोग की सचिव श्रीमती अल्का तिवारी से मिलने का अवसर मिला जिसमें बुला राम धानका संघरक्षक, बाबू लाल मावर, अध्यक्ष, सन्त राम धानका मोहन लाल लुगरिया अध्यक्ष शेखावाटी 32 दिल्ली, सुरेश कुमार सौलकी, मिटिग में श्रीमती अल्का तिवारी को धानका समाज की समस्याओं से अवगत कराया ओर ज्ञापन दिया। सचिव महोदया ने हमे विश्वास दिलाया कि इस पत्र पर जल्दी ही कार्यवाही की जायेगी।
- जनजाति आयोग NCST ने दिनांक 25 जुलाई 2023 को सचिव जनजातीय मंत्रालय Tribal Ministry को पत्र लिखकर बताया कि यह मामला जनजातीय कार्य मंत्रालय से सम्बंधित हैइस सम्बन्ध में किया जाने वाली कार्यवाही से अभ्यावेदक ओर आयोग को अवगत कराने का कष्ट करें।
- समिति ने जनजाति आयोग को 04 अक्टूबर 2023को Reminder दिया जिसके जबाब में जनजाति आयोग ने 10 जनवरी 2024 को सचिव जनजातीय मंत्रालय को Reminder भेज दिया।
- समिति ने 30 मार्च 2024 को सचिव जनजातीय मंत्रालय Ministry of Tribal को Reminder दिया व कापी जनजाति आयोग को भेजी।
- 20 जून 2024 को जनजातीय मंत्रालय के Under Secretary द्वारा हमारा पत्र प्रमुख सचिव, जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग जयपुर राजस्थान को आवश्यक कार्रवाई हेतु भेज दिया है।
.20 अगस्त 2024 को प्रमुख सचिव जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग जयपुर को Reminder दिया गया है। ओर कापी सचिव जनजातीय मंत्रालय Tribal Ministry को Reminder दिया
(पत्र संख्या– 18) दिनांक 19 अगस्त 2023 को श्री नब कुमार सरानिया, सांसद, लोकसभा सदस्य से धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली व धानका जनजाति संघर्ष समिति जयपुर दिल्ली से बुला राम धानका, बाबू लाल मावर, मनोहर लाल मावर, रमेश मोरवाल, रनजीत डाबला, सन्त राम धानका, मोहन लाल लुगरिया, सुरेश कुमार सौलकी व जयपुर से राम नारायण धानका, जगदीश लुगरिया, रमेश खाण्डे, मिलकर धानका समाज में हो रही समस्याओं से अवगत कराया ओर ज्ञापन दिया।
(पत्र संख्या– 19) साथियों जैसा कि आप सभी को पता है कि दिनांक 24 – 25 जून 2024 वाट्सअप पर राजस्थान पत्रिका की न्यूज़ कटिग डाली थी ।
यह कटिंग दिनांक 22 जून 2024 राजस्थान पत्रिका की थी जिसके पेज नम्बर 11 पर लिखा था कि राजस्थान सरकार ने शुक्रवार को राजस्थान जनजाति परामर्शदात्री परिषद में 15 सदस्यों को मनोनयन किया गया है जिसमें धानका जाति को छोड़ कर बाकी मीना भील तेली जाति के लोगों को शामिल किया गया है।
इसी क्रम में धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने दिनांक 26 जून 2024 को
- श्री भजन लाल शर्मा, मुख्यमंत्री
- अविनाश गहलोत, मंत्री सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर
- बाबू लाल खराडी, मंत्री जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग
- प्रमुख सचिव जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग
को पत्र लिखकर अवगत कराया कि धानका जाति राजस्थान की मूल जनजाति है ओर यह अनुसूचित जनजाति में आती है। राजस्थान में धानका जाति को राजस्थान सरकार द्वारा आरक्षण का फायदा मिल रहा है इसलिए धानका समाज के लोगौ को भी राजस्थान जनजाति परामर्शदात्री परिषद में शामिल करने की कृपा करें। आपकी अति कृपा होगी।
(पत्र संख्या– 20) राजस्थान विधानसभा में श्री रूपेन्द्र सिंह कुन्नर के गलत प्रश्नवाचक जिसमें धानक व धानका – धाणका को एक ही बताया जाने के सर्दभ में
राजस्थान विधानसभा में श्री रूपिन्द्र सिंह कुन्नर के गलत प्रश्नवाचक, जिसमें धानक व धानका को एक ही बताया, जिसके विरोध में धानका जनजाति समाज समिति दिल्ली ने मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा, व श्री अविनाश गहलोत मंत्री सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर को पत्र लिखकर अवगत कराया कि राजस्थान में रहने वाली धानका -धाणका जाति श्री रूपिन्द्र सिंह कुन्नर का विरोध करते हैं जिन्होंने धानक, धनकिया धानुक के साथ-साथ धानका -धाणका को एक ही जाति बताया है। जबकि धानक, धनकिया, धानुक जाति अनुसूचित जाति में अंकित किया गया है ओर धानका -धाणका को राजस्थान के भाग XII क्रम संख्या 4 पर अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है।
(पत्र संख्या– 20 – 37) समिति ने सांसदों को पत्र
धानका जनजाति समाज समिति ने निर्णय लिया कि फरवरी 2023 से लोक सभा सेस्शन शुरू होने वाला है लोकसभा के सभी सांसदों को पत्र लिखकर अवगत कराया जाए कि राजस्थान सरकार अपने 9.8.2019 के पत्र जारी करने के बाद धानका समाज के जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जा रहे हैं। जिसके कारण हमारे समाज को कापी कठनाईयो का सामना करना पड रहा है। इसी श्रृंखला में समिति ने राजस्थान के 25 के 25 सांसदों को पत्र देने का फैसला लिया लेकिन 18 सांसदों को ही पत्र दे पाये क्योंकि संसद खत्म होने के कारण ज्यादातर सांसद अपने अपने क्षेत्र में चले गए थे।
भावी योजनाऐ
धानका को–ओपरेटिव Threft & Credit Society – धानका समाज के लिए छोटे मोटे उधोग धन्य के लिए ऋण प्रदान कराने हेतु समिति ने धानका को-ओपरेटिव Threft & Credit Society का गठन किया गया है जिसका पंजीकरण कराना बाकी है. ऋण लेने के लिए आपको धानका जनजाति समाज समिति एव धानका को-ओपरेटिव Therft & Credit Societt ka सदस्य बनना अनिवार्य है.
को–ओपरेटिव सोसाइटी में दो प्रकार के सदस्य बनाए जा रहे हैं जो निम्नलिखित हैं:–
1. संस्थापक सदस्य – पंजीकरण राशी 5000/- रुपये तथा अन्य शर्तें, इनका नाम समिति कार्यालय में लगाने का प्रस्ताव है जो समिति / को-ओपरेटिव सोसाइटी के कार्यकाल तक लगी रहेगी. सामान्य सदस्य पंजीकरण राशी 2000/- रुपये तथा अन्य शर्तें.
नोट:-
समिति को इस सोसाइटी को चलाने के लिए मैनेजर, सचिव, कोषाध्यक्ष, मुशी आदि आवश्यकता होगी. समिति कई बार अपने कार्यकर्ताओं से इस को-ओपरेटिव सोसाइटी के पदअधकारी बनाने के लिए सदस्यों को चुना गया लेकिन ज्यादातर सदस्य यह कार्यभार की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते, जिसकी वजह से विलम्ब हो रहा है.
धानका समाज की उन कालोनियों, जहाँ धानका समाज अधिक रहता हो तथा जहाँ पर शिक्षा पर जोर दिया जाने की आवश्यकता है चिंहित कर लिया गया है. किन्तु स्वयं सेवको की कमी व स्थान की अनउपलब्धता के कारण टुयुशन सेन्टर नहीं खुल सके है. जिसका प्रयास जारी है. लेकिन टीचर की व्यवस्था कर दी गई है
धानका समाज का वैवाहिक सम्बंधित सूचना केन्द्र की स्थापना करना.
- समिति आप सभी समाजवासियो से अनुरोध करती है कि आप समाज कल्याण के कार्यो में बढ चढ कर भाग ले व समिति के सदस्य बने. ताकि हम सब मिलकर समाज को प्रगति के पथ पर ले जा सके "क्योंकि अकेले चना भाड नहीं फोड सकता"
- आप सभी साथियों, भाईयों बहनों से अनुरोध है कि समिति द्वारा किये जाने वाले सभाओं / कार्यक्रमों में अपने बच्चों / परिवार, साथियों को साथ लेकर आये.
- हम समिति का सहयोग (किसी भी रुप में) करने वाले का आभार प्रकट करते हैं.
- आप अपने किसी भी प्रकार के सुझाव व विचार हमारी ई- मैल dhankajanjatisamitidelhi@gmail.com पर दे सकते हैं.
- आप अपने मोबाइल के यूट्यूब पर Dhanka janjati samiti Channel पर हमारे कार्यक्रम ke Video देख सकते हैं.